Sunday, October 11, 2009

अकेलापन सिगरेट की तरह ही है खतरनाक

दूसरे से अलग-थलग रहना न केवल हमें दुखी करता है, बल्कि यह हमारे शरीर और दिमाग दोनों के लिए नुकसानदेह भी है। एक अध्ययन में पाया गया है कि अकेलापन स्वास्थ्य के लिए उतना ही खतरनाक है जितना मोटापा या सिगरेट पीना। अकेलापन इंसान को न सिर्फ दुखी मानसिकता वाला बनाता है, बल्कि उसके दिमाग की दूसरी क्षमताओं पर भी बुरा असर डालता है। दरअसल अकेलेपन से ब्लड प्रेशर और तनाव बढ़ता है। विशेषज्ञों का कहना है, अकेलेपन से व्यक्ति की इच्छाशक्ति कम होती है और स्वस्थ जीवन जीने की उसकी क्षमता पर भी असर पड़ता है। अकेलापन न सिर्फ व्यक्ति के व्यवहार पर असर डालता है बल्कि इससे शरीर में खून के दौरे पर दबाव भी बढ़ जाता है। अकेलापन बीमारियों से लड़ने वाली हमारी क्षमता के लिए भी नुकसानदेह है और यह हमें डिप्रेशन की तरफ ले जाता है। अकेले रहने वाले व्यक्ति अक्सर पूरी तरह स्वस्थ नहीं होते। वे कम या फिर बिल्कुल भी कसरत नहीं करते। वे ज्यादा खाना पसंद करते हैं, जिससे उनके शरीर में बसा और शुगर की मात्रा अधिक हो जाती है। अकेलेपन से व्यक्ति की याददाश्त भी कमजोर हो जाती है।

2 comments:

  1. बिल्कुल सही कहा है - आपने!

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  2. सही लिखा आपने. निरंतर लेखन से हिंदी चिट्ठाजगत को समृद्ध करे.
    धन्यवाद!

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